HNN/ शिमला
राजकीय उच्च विद्यालय धाली में सोमवार को विश्व गौरैया दिवस मनाया गया जिसकी अध्यक्षता मुख्याध्यापक पीसी बट्टू ने की। इस अवसर पर छात्रा सिमरन, रिया, आकृति, राहुल तथा सन्नी ने गौरैया चिड़िया से संबंधी अपने अनुभव साँझा किये। ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण सभी गौरैया को अच्छी तरह से पहचानते है।
यह एक सामाजिक पक्षी है। मुख्याध्यापक पीसी बट्टू ने छात्रों को बताया कि आज इस पक्षी के संरक्षण की जरूरत है। इसलिये इनके संरक्षण पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है। बताया कि हर वर्ष 20 मार्च को गौरेया दिवस मनाया जाता है। इनके पतन के कारण बढ़ता प्रदूषण, शहरीकरण, ग्लोबल वार्मिंग और लुप्त होते पारिस्थितिक संतुलन होना बताया गया है।
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उन्होने बताया कि गौरैया एक सामाजिक पक्षी है जो लोगों के घरों में अपना घोंसला बनाते हैं। इस वर्ष विश्व गौरैया दिवस का थीम मानिटर द सपैरो एन्ड अदर बर्ड्स है।
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