कृषि विश्वविद्यालय के तीन शोधार्थी लेंगे अमेरिका और मैक्सिको में प्रशिक्षण

कुलपति प्रोफेसर एच.के.चौधरी का आशीर्वाद लें हुए रवाना 

HNN/ कांगडा

चौसकु हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के तीन पीएचडी शोधार्थियों को संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिको में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में प्रशिक्षण के लिए चुना गया है।

प्रियंका और कलदात्रे सुप्रिया दो महीने के लिए साउथ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी, ब्रुकिंग्स, यू.एस.ए. में ‘सर्दियों के गेहूं में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और बढ़ाने के लिए उन्नत प्रजनन और जीनोमिक तकनीकों’ पर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।

यह प्रशिक्षण उन्हें उन्नत प्रजनन और जीनोमिक तकनीकों के साथ जो कम से कम समय में उन्नत परिशुद्धता और दक्षता के साथ गर्मी, सूखा और बीमारी के प्रति सहनशील नई किस्मों को विकसित करने के लिए पौधों के गुणों में सुधार करने में मदद करेगा।

तीसरे शोधार्थी विवेक सिंह अंतर्राष्ट्रीय मक्का और गेहूं सुधार केंद्र एल बाटन, मैक्सिको में “जेनेटिक्स एंड ब्रीडिंग ऑफ डिजीज रेसिस्टेंस” पर डेढ़ महीने का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

विवेक वहां पर रोगज़नक़ परिवर्तनशीलता, मेजबान पौधे प्रतिरोध, पौधों में प्रतिरोध के लिए उम्मीदवार जीन से संबंधित विभिन्न पहलुओं को सीखेंगे जो कम से कम समय में बढ़ी हुई सटीकता और दक्षता के साथ नई किस्मों को विकसित करने में उपयोगी होंगे।

संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिको के लिए रवाना होने से पहले शोधार्थियों ने कुलपति प्रोफेसर एच.के.चौधरी से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें बधाई दी और कहा कि विभिन्न तकनीकों का उपयोग करके रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए आनुवंशिकी और प्रजनन का अध्ययन बेहतर प्रदर्शन के साथ नई किस्मों को विकसित करने में सहायक होगा।

कुलपति के साथ निदेशक अनुसंधान  डाक्टर एस.पी. दीक्षित, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संरक्षित कृषि और प्राकृतिक खेती पर उन्नत कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी केंद्र पर राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के प्रधान अन्वेषक डाक्टर रणबीर सिंह राणा, आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के अध्यक्ष डाक्टर वी.के. सूद भी इस दौरान शोधार्थियों के साथ मौजूद रहे।


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