HNN / मंडी
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सराज हलके में शनिवार को ओलावृष्टि ने खूब कहर बरपाया। ओलावृष्टि से गेहूं, मटर और अन्य फलदार फसलों को भारी नुक्सान पहुंचा है, जिससे किसानो की मेहनत पर पानी फिर गया है। किसानों का कहना है कि उन्होंने रात-रात भर जागकर जहां बेसहारा पशुओं से नगदी फसलों को बचाया था, तो वही फसलों को रोग से बचाने के लिए उन्होंने महंगी दवाइयां खरीदी और उनका छिड़काव किया।
लेकिन शनिवार को हुई ओलावृष्टि ने उनकी सारी मेहनत पर चंद मिनटों में पानी फेर दिया। आधे घंटे तक लगातार ओलावृष्टि हुई, जिसने किसानो की कमर को तोड़ दिया। ओलावृष्टि के कारण सेब, गेहूं, जौ, राजमाह, आलू, गोभी और आड़ू व पलम आदि सभी फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित इलाकों में हुए नुक्सान का आकलन किया जाए। वहीं एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने बताया कि ओलावृष्टि से विभिन्न फसलों को नुक्सान की सूचना प्राप्त हुई है। राजस्व विभाग को ओलावृष्टि से होने वाली क्षति के आकलन के बारे में आदेश जारी किए हैं।