HNN / ऊना, वीरेंद्र बन्याल
ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के एहसान से नेता विपक्ष की कुर्सी पर बैठे, लेकिन मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचने के लिए उन्हें कई चुनौतियों से पार पाना पड़ेगा। कंवर ने कहा कि सबसे पहले तो उन्हें अन्य 11 जिलों के 15 कांग्रेसी नेताओं से लड़ना होगा, जो मुकेश अग्निहोत्री की ही तरह खुद को अपने-अपने जिलों में मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता रहे हैं। उसके बाद भी एक लंबी सियासी लड़नी होगी।
इसलिए पहले वह घर में निपट लें, फिर सीएम की कुर्सी का सपना देखें। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जिला ऊना की जनता अब तक भूली नहीं है, जब वह सिर्फ हरोली के मंत्री बनकर रह गए थे। जिला के अन्य विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के साथ उनका व्यवहार किस प्रकार का था। यहां तक कि जिला ऊना के अन्य विधानसभा क्षेत्र की परियोजनाओं को भी वह सत्ता के नशे में हरोली ले जाया करते थे। मंत्री पद पर रहते हुए जिला की चार अन्य विधानसभा क्षेत्रों के साथ उनका भेदभाव जगजाहिर है।
खनन माफिया के मुद्दे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि सभी जानते हैं कि ऊना में खनन माफिया का पितामह कौन है। किसने और क्यों जिला की स्वां नदी में 56 लीज पंजाब के लोगों को दे दी। आज वही नेता प्रदेश सरकार पर माफिया को संरक्षण देने का झूठा आरोप लगा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश की जनता जानती है कि अवैध शराब केस में जितने भी आरोपी पकड़े गए हैं, वह सारे कांग्रेस के पदाधिकारी हैं। जबकि प्रदेश सरकार हर प्रकार के माफिया पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। नशा माफिया की संपत्ति जब्त करने के लिए कानून लाया जा रहा है।