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ऊना में 14.53 करोड़ की परियोजना से बढ़ेगा ईको पर्यटन, युवाओं को मिलेगा रोज़गार का नया अवसर

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Himachalnow / ऊना / वीरेंद्र बन्याल

अंदरोली और सोहारी में बनेंगी आधुनिक सुविधाएं, कुटलैहड़ क्षेत्र की 12 पंचायतों को होगा सीधा लाभ


ईको पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

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ऊना जिले के बंगाणा उपमंडल में गोविंद सागर झील से सटे क्षेत्रों में ईको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 14.53 करोड़ रुपये की एक महत्वाकांक्षी परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। जिला उपायुक्त जतिन लाल ने शुक्रवार को जिला स्तरीय समिति की बैठक के बाद जानकारी दी कि अंदरोली और लठियाणी के सोहारी गांव में ईको टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित किया जा रहा है।


जैव विविधता और स्थानीय आजीविका को बढ़ावा

यह परियोजना केवल पर्यटन को बढ़ावा देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य क्षेत्रीय जैव विविधता का संरक्षण और ग्रामीणों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना भी है। इसके लिए संस्थागत क्षमता निर्माण, निगरानी और मूल्यांकन की व्यवस्था को भी जोड़ा गया है ताकि परियोजना के प्रभाव को दीर्घकालिक बनाया जा सके।


अंदरोली में पहले चरण का काम पूरा, सड़कों का होगा निर्माण

परियोजना के पहले चरण में अंदरोली में वाटर स्पोर्ट्स, साहसिक गतिविधियों और ईको पर्यटन से जुड़ी सुविधाएं विकसित की जा चुकी हैं। अब यहां सड़क और प्रवेश द्वार निर्माण के लिए 56 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इस कार्य की टेंडर प्रक्रिया जल्द ही आरंभ की जाएगी।


सोहारी में विकसित होगा भव्य ईको पार्क

दूसरे चरण में लठियाणी के सोहारी गांव में एक अत्याधुनिक ईको पर्यटन पार्क बनाया जाएगा। इसमें कैफेटेरिया, स्केटिंग रिंक, ट्री कॉटेज, अल्पाइन हट, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, बर्ड वॉचिंग ज़ोन, हेल्थ क्लब, बोटैनिकल कॉटेज और वाटर लिली व लोटस फिश पॉन्ड जैसी आकर्षक सुविधाएं चरणबद्ध तरीके से तैयार की जाएंगी। पहले चरण के लिए 3.50 करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार की जा चुकी है।


स्थानीय युवाओं को मिलेगा पर्यटन से जुड़ा प्रशिक्षण

परियोजना के तहत मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें पर्यटन आधारित व्यवसायों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए पंचायत स्तर पर विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिनमें युवाओं को बोटिंग, गाइडिंग और पर्यटक सुविधा प्रबंधन जैसी जरूरी स्किल्स सिखाई जाएंगी।


12 पंचायतों को होगा सीधा लाभ

इस परियोजना का सीधा लाभ कुटलैहड़ क्षेत्र की 12 पंचायतों को मिलेगा, जिनमें रायपुर, पुरोईयां कलां, धुंधला, सिहन, पिपलू, जसाणा, दोबड़, सिहाणा, मंदली, तनोह, लठियाणी, बुढ़वार और थहड़ा शामिल हैं। इन पंचायतों के ग्रामीण पर्यटन आधारित रोजगार प्राप्त कर अपनी आजीविका में सुधार कर सकेंगे।


अधिकारियों की बैठक में हुई परियोजना की समीक्षा

बैठक में जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार ने परियोजना की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर डीआरडीए परियोजना अधिकारी केएल वर्मा, तहसीलदार बंगाणा अमित शर्मा, जिला भाषा अधिकारी निक्कू राम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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