HNN/ शिमला
हिमाचल प्रदेश में आज से चैत्र नवरात्र का आगाज हो गया है। नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि पर्व के पहले दिन शनिवार को हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में हजारों श्रद्धालु सुबह से ही उमड़ पड़े। विश्वविख्यात शक्तिपीठ ज्वालामुखी, चामुंडा धाम, बज्रेश्वरी देवी मंदिर, उत्तर भारत का प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नयनादेवी और शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी मंदिर जयकारों से गूंज उठे हैं।
इसके अलावा जनपद सिरमौर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल त्रिलोकपुर स्थित महामाया बालासुंदरी मंदिर, हमीरपुर में बाबा बालक नाथ, शिमला जिले में भीमाकाली और हाटेश्वरी में भी सुबह से ही भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। श्रद्धालु सुबह से ही लंबी-लंबी कतारों में लगे हुए हैं तथा अपनी बारी के आने का इंतजार कर रहे हैं। कई श्रद्धालु तो रात को ही शक्तिपीठों में दर्शनों के लिए पहुंच गए थे तथा जैसे ही सुबह कपाट खुले तो वह लाइनों में खड़े हो गए तथा माता के दर्शन किए।
बड़ी बात तो यह है कि कोरोना काल के दो साल बाद बिना किसी बंदिश के श्रद्धालु दर्शन कर रहे है। मंदिरों में घंटियों की मधुर ध्वनि सुनाई दें रही है साथ ही लंगर भी लगाए जा रहे है। हालाँकि मंदिर के अंदर ढोल नगाड़े और नारियल चढ़ाने पर प्रतिबंध है। तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के सभी शक्तिपीठों और मंदिरों में जवान सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए हैं। प्रदेश के पांचों शक्तिपीठों सहित अन्य मंदिरों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात हैं जो कि श्रद्धालुओं सहित अन्य गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।