चुनाव के दबाव तक सीमित न रहे खरीद के प्रयास, बनें स्थाई ढांचा…डॉ. तँवर
HNN / शिमला
हिमाचल किसान सभा ने कांगड़ा के फतेहपुर के रियाली व इंदौरा के त्योड़ा सहित ऊना, पांवटा साहिब और नालागढ़ में भारतीय खाद्य निगम द्वारा खरीद केन्द्रों में धान की खरीद शुरू करने का स्वागत किया है।
हिमाचल किसानसभा के राज्याध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तँवर ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार प्रदेश में धान की खरीद शुरू हुई है जिसमें हिमाचल किसान सभा ने हस्तक्षेप जरूर किया है परन्तु इसके लिए मंड किसान संयुक्त संघर्ष समिति फतेहपुर-इंदौरा, जिला कांगड़ा सहित फतेहपुर और इंदौरा के किसान बधाई के पात्र हैं।
गत 20 सितम्बर को रियाली के मैदान में किसानों ने जिस तरह से एकजुटता दिखाते हुए मंड किसान संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया और अपना संघर्ष जारी रखा, उसी का नतीजा है कि 15 अक्तूबर अन्तर्राष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस के मौके पर और विश्व खाद्य दिवस (16 अक्तूबर) के पूर्व दिवस पर धान की खरीद शुरू हुई है। डॉ. तँवर ने कहा कि हालांकि खरीद लगभग देर से शुरू हुई लेकन अभी भी अगर हर दिन खरीददारी की मात्रा न बढ़ाई गई तो फसल को नुकसान की संभावनाएं बनी रहेंगी।
डॉ. तँवर ने किसानों को सचेत किया कि चुनाव के दबाव में हुई यह शुरूआत चुनाव के बाद धीमी न पड़े इसके लिए किसानों को चौकन्ना रहना होगा और अपनी एकता को बनाए रखना पड़ेगा। किसानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब सरकार को पहले पता था कि पंजाब में बिना फर्द के खरीद नहीं की जाएगी तो उसने प्रदेश में फसल खरीदने के लिए पहले से इंतजाम क्यों नहीं किया या एफसीआई को पहले से इंतजाम करने के लिए क्यों नहीं कहा।
किसान नेता ने कहा कि किसानों ने रियाली में भाजपा प्रत्याशी का विरोध करके सरकार को सख्त संकेत दे दिया था कि लारे लप्पे से उन्हें बरगलाया या उनकी एकता को तोड़ा नहीं जा सकता। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे किसी के बहकावे न आएं और इसी तरह अपनी एकजुटता बनाए रखें।